मतगणना केंद्र ,
और उसके बाहर बने ,
प्रत्याशियों के शामियाने ।
भीड़भाड़ चहलपहल ,
रहरहकर कभी किसी टेंट ,
कभी किसी टेंट से आते नारों का शोर ।
हर एक घंटे पर ,
एक राउंड का रिजल्ट आता ,
और बाहर एक टेंट खाली हो जाता ।
तीन बजने चले थे ,
सारे टेंट खाली पड़े थे ,
केवल दो दलों के ही लोग बचे थे ।
दोनों पार्टियों में
सौ वोटों का था अंतर ,
कोई भी जीत सकता था ।
ताशा पार्टी , गुलाल ,
पटाखों , खुली जीप की व्यवस्था ,
दोनों दलों की ओर से की जा चुकी थी ।
वहीं , कुछ दूर पर ,
एक कार में बैठकर ,
एक युवक भी इंतजार में था ।
आगे सीट पर फूलमाला ,
पीछे सीट पर दोनों दल के ,
झण्डे व दुपट्टे गाड़ी में रखे थे ।
इतने में विजय घोष हुआ ,
जीत का सर्टिफिकेट प्राप्त कर ,
जुलूस विधायक जी को लेकर आ रहा ।
मौके की तलाश में ,
कार वाला वह युवक ,
दुपट्टा पहन फूलमाला ले तैयार खड़ा ।
देख उसकी लम्बी गाड़ी ,
अपनी पार्टी का झण्डा दुपट्टा ,
जुलूस स्वागत करवाने को रुका ।
गले में माला पहनाते ,
विधायक जी के पाँव छूते ,
दूसरे दिन अखबार में यही तस्वीर छपी ।
सुना है ,
युवक विधायक प्रतिनिधि है ,
यही राजनीति की असल स्थिति है ।
संदीप मुरारका
रविवार 3 जून'18
ज्येष्ठ कृष्ण 5 विक्रम सम्वत् 2075