Tuesday, 23 January 2018

अहंकार सिंहासन का

झारखंड विधानसभा सदस्यों को समर्पित कुछ पंक्तियाँ ,
माँ शारदे , उन बेचारों को बोलने की शक्ति दे -

सभा में लगानी थी कुर्सियाँ जितनी ,
किसी के नाम पर मँगवा ली उतनी ।

आदत से वो  फिर भी बाज ना आये,
पडो़सी के घर से छह स्टूल चुरा लाये ।

हाय ! फिर भी उनका मंच अधूरा ,
वर्षों बाद भी वे पूरा सजा ना पाये ।

या तो नाकाबिलॉ की अर्धशतक भीड़ वहाँ ,
या राजनीति में कु-नीत के विवश शिकार यहाँ ।

हैरानी परेशानी दुर्भाग्य है , सब मौन चुप हैं ,
बारहवें* के लिये नहीं कहीं कोई आवाज है ।

जो खुद के लिये नहीं लड़ सकते** ,
वो , औरों के लिये क्य़ा लड़ेगे ?

उठो चन्द्रगुप्त, सत्तासीन को पुनः गिनती पढ़ाओ ,
तोड़ो अहंकार सिंहासन का, नया इतिहास रचाओ ।

Date - 22/1/2018

* मंत्री पद जो रिक्त है ।
** झारखंड के भाजपा, आजसू व सरकार समर्थक माननीय