झारखंड विधानसभा सदस्यों को समर्पित कुछ पंक्तियाँ ,
माँ शारदे , उन बेचारों को बोलने की शक्ति दे -
सभा में लगानी थी कुर्सियाँ जितनी ,
किसी के नाम पर मँगवा ली उतनी ।
आदत से वो फिर भी बाज ना आये,
पडो़सी के घर से छह स्टूल चुरा लाये ।
हाय ! फिर भी उनका मंच अधूरा ,
वर्षों बाद भी वे पूरा सजा ना पाये ।
या तो नाकाबिलॉ की अर्धशतक भीड़ वहाँ ,
या राजनीति में कु-नीत के विवश शिकार यहाँ ।
हैरानी परेशानी दुर्भाग्य है , सब मौन चुप हैं ,
बारहवें* के लिये नहीं कहीं कोई आवाज है ।
जो खुद के लिये नहीं लड़ सकते** ,
वो , औरों के लिये क्य़ा लड़ेगे ?
उठो चन्द्रगुप्त, सत्तासीन को पुनः गिनती पढ़ाओ ,
तोड़ो अहंकार सिंहासन का, नया इतिहास रचाओ ।
Date - 22/1/2018
* मंत्री पद जो रिक्त है ।
** झारखंड के भाजपा, आजसू व सरकार समर्थक माननीय
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