स्वच्छ भारत अभियान - क्या यह केवल नारा है ? क्या यह केवल एक सरकारी स्लोगन है ? क्या यह केवल सरकार की योजना है ?
नहीँ ! यह अभियान जनता का है. यह अभियान जनता के लिए है. यह अभियान जनता द्वारा संचालित होने पर ही सफलता मिलेगी.
मित्रों. बताइए -
क्या आपलोग अपनी कॉपी बुक्स स्कूल बैग गन्दा रखते हैँ ? नहीँ ना !
क्या हम लोग गन्दी प्लेट में खाना खा सकते हैँ ? नहीँ ना !
क्या हमलोग गन्दे बिस्तर पर सोना पसन्द करते हैँ ? नहीँ ना !
जब सभी लोग इतने साफ सुथरे रहते हैँ. जब सभी स्वच्छता पसन्द लोग हैँ. तो फिर देश में इस स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत क्यों पड़ी ?
क्योंकि आपका घर स्वच्छ हैँ पर घर के बाहर कचड़े का ढेर है. आपका फ्लैट स्वच्छ है किन्तु अपार्टमेंट की सीढ़ियॉ पर पान थूका हुआ है. आपकी स्कूल स्वच्छ है पर स्कूल के बाहर निकलते ही बच्चों ने कुरकुरे और चिप्स के रैपर सड़को के किनारे फैंक दिए हैँ. नाली से लेकर सरकारी आफिस तक सभी जगह गन्दगी का अम्बार है. औरतें खुले में शौचालय जा रही हैँ. पुरुष राह चलती बिज़ी से बिजी सड़क पर दीवार की ओर मुँह करके खड़े हो जाते हैँ.
असल में कूड़ा सडको पर य़ा नाली में नहीँ फैला हुआ है. ये फैला हुआ है हमारी मनसिकता में. और यही से करनी है स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत. इस अभियान में नदी, नाले, शौचालय, पार्क , पब्लिक प्लेस या किसी ऑफिस को स्वच्छ नहीँ करना है बल्कि स्वच्छ करना है स्वयं को. अपनी मानसिकता को बदलना है.
स्वच्छ भारत अभियान एक संदेश है . स्वच्छ भारत अभियान एक सपना है स्वच्छ देश का. स्वच्छ भारत अभियान श्रधांजलि है गाँधी जी को. स्वच्छ भारत अभियान आभार है प्रधानमंत्री जी के प्रयासों का .स्वच्छ भारत अभियान आरम्भ है 21वीं सदी के नए भारत का.
आइए हम प्रण लें कि स्वच्छ भारत अभियान का हम हिस्सा बनेगे एवं अपने आस पड़ोस को स्वच्छ रखेंगे व दूसरों को भी प्रेरित करेंगे.
स्वच्छ बनेगा भारत तभी तो विश्वगुरु बनेगा भारत ॥
भांजी आकांक्षा के स्कूल में स्पीच कॉम्पिटिशन के लिए लिखे गए शब्द
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