करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' की रिलीज पर उत्पन्न विवाद और पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध करने पर श्रीमान राज़ ठाकरे जी को समर्पित कुछ पंक्तियाँ -
गीतांजलि रचने वाले
नोबेल पुरस्कार पाने वाले
शांतिनिकेतन को बसाने वाले
रवीन्द्रनाथ टैगौर सचमुच गुरुदेव थे
गाँधी जी को महात्मा कहकर पुकारा था
अंग्रेजों की उपाधि को उन्होंने दुत्करा था ।
जन गण मन अधिनायक लिखने वाले ,
भारत का राष्ट्र गान रचने वाले वो हमारे थे ।
कैसे किसी ने गुरुदेव का गीत हड़प लिया ?
कैसे किसी औऱ ने उनकी कला पे दावा किया ?
कला तो सरहदों के भीतर रहने की चीज़ है ,
हमारे कवि की रचना को दूसरों ने कैसे पढ़ लिया ?
पढ़ा तो पढ़ा , राष्ट्रगान का दर्जा भी दे दिया ,
आमार सोनार बाँग्ला का इस्तेमाल कर लिया ?
घोर आपत्ति , घोर विरोध , जुर्माना लगना चाहिये ,
गुरुदेव का गीत , बंगलादेश से वापस आना चाहिये ।
हिंदुस्तान का गीत , मुसलमानी देश का राष्ट्र गान है ,
अरे ये तो हमारी कला संस्कृति पे सीधा आक्रमण है ।
इन दुष्ट विदेशी कलाकारों को ,निकाल देश से बाहर करो
नहीं चाहिये कोहिनूर , गुरुदेव का गीत लाकर वापस धरो
राष्ट्र भक्ति, राष्ट्र हित, राष्ट्र अस्मिता , राष्ट्रीयता का सवाल है ,
लौटेगा गीत , जिम्मेदारी अव ये राज़ ठाकरे जी के पास है ॥
दिनांक 23.10.2016 रविवार
संदीप मुरारका
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